Vishal Ramawat

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प्यार और धोखा - 13

रवि पूजा के घर से निकल कर जब अपने घर गया तब पूजा के घर के बाहर एक कार आकर रुकी उसमें से एक लड़का उतरा और वो तेजी से अंदर चला गया। उसे देख कर पूजा घबरा गई उसे वह अपने कमरे में लेकर गई और दरवाजा बंद करके बोलिए तुम यहां क्या कर रहे हो। वह लड़का बोला मैं सुबह से तुम्हें कॉल कर रहा हूं तुम्हारा फोन बिजी आ रहा है ना तुम फोन उठा रही हो कहां थी तुम।

अगले दिन रवि काम पर चला जाता है दिन भर काम करने के बाद शाम को पूजा के साथ समय बिताता है और देर रात तक पहुंचता है अब उसका यह रोजाना का हो गया था दिन भर जो पैसे कमाता वह पूजा पर खर्च कर देता था। रोजाना देर रात कर पहुंचता उसकी मम्मी उसका इंतजार कर रही होती थी खाने की टेबल पर वह बिना खाना खाए जा कर सो जाता था उन्होंने बात करने की भी कोशिश की पर वो बात टाल देता।

20- 25 दिन हो गए थे ऐसे करते करते हैं उसको । इस बीच दोनो की बाते भी कम हो गई थी। एक दिन  रवि उसको कॉल किया चार-पांच कॉल करने के बाद एक कॉल उठाया कर बोली तुम बार-बार कॉल क्यों कर रहे हो मैं अभी लाइब्रेरी में हूं पढ़ाई कर रही है मैं तुमसे बाद में बात करती हूं। रवि बोला अच्छा ठीक है मैं बाद में कॉल करता हूं तुम अभी पढ़ाई पर ध्यान दो ख्याल रखना अपना । यह कह कर रवि ने फोन काट दिया।

पूजा इस समय किसी लड़के के साथ अपने ही घर में उसके साथ बिस्तर पर थी और लड़का बोला किसका फोन था तो पूजा बोली उसी का था जो पैसों का इंतजाम करवाता है।

वह लड़का पूजा को किस करने लगा और पूजा भी बड़े चाव से उसके साथ देने लगी पूजा यह भूल चुकी थी कि वह इस समय किसी के साथ रिलेशनशिप में है और वह इस समय किसी और के साथ अपने बिस्तर पर अपनी हवस मिटाने रही है। रवि इन सब से अनजान था और सोच रहा था पूजा लाइब्रेरी में पढ़ रही होगी पर सच्चाई कुछ और ही थी । धीरे-धीरे पूजा और रवि की बातें होना कम हो गई थी जहां पहले कभी रोज रात पूजा के साथ बिताता अब कॉल भी करता तो बोलती पढ़ाई कर रही हूं, बिजी हूं टाइम नहीं है मेरे पास एग्जाम आने वाले हैं ऐसे अलग-अलग बहाने बनाती थी।

तीन-चार दिन हो गए थे पूजा और रवि की बात नहीं हुई थी रवि परेशान हो गया था पूजा से बात करने के लिए । वह पूजा से इस कदर मोहब्बत करता था कि उसके बिना रह नहीं पा रहा था। उसने शराब पीना शुरू कर लिया था और रोजाना शराब पी के घर जाता बिना खाए सो जाता घरवाले कुछ बोलते तो उनको भी उल्टा सीधा बोलता था। उसने किसी को कुछ नहीं बताया।

एक दिन शाम को रवि ऑफिस से आते हुए सीधा पूजा के घर ही गया वह घर गया तो घर के बाहर एक बाइक खड़ी थी । रवि को थोड़ा डाउट हुआ उसने यह बाइक कुछ दिन पहले कहीं देखी थी पर उसे याद नहीं आ रहा था कि इस बाइक को कहां देखा था।

कैसी लग रही है आप लोगों को स्टोरी अब इस कहानी के ज्यादा भाग बाकी नहीं रहे हैं इसे हम जल्द से जल्द कंप्लीट करना चाहते हैं क्योंकि हमने हमारी दूसरी स्टोरी शुरू कर दी है जो एक सामाजिक मुद्दे पर है । आप लोगों को समय मिले तो उसे भी जरूर पढ़िए गा। कहानी का अगला भाग जल्दी ही आप लोगों को मिल जाएगा तब तक अपने और अपने परिवार का ख्याल रखें क्योंकि कोई औरत नहीं आने वाला है सुनो सबकी करो अपने मन की।

कमश: ।। जयसियाराम ।। vishalramawat"सुकून"(जाना)

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1 Comments

Varsha_Upadhyay

08-May-2023 11:29 PM

Nice 👍🏼

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